जरूर पड़े और कमेंट भी करें
एक गरीब एक दिन एक सिक्ख के पास अपनी जमीन बेचने गया बोला सरदारजी मेरी 2 एकड़ जमीन आप रख लो ,
सिक्ख बोला ,क्या कीमत है ,
गरीब बोला, --50 हजार रुपये ,
सिक्ख थोड़ी देर सोच के ,वो ही खेत जिसमे ट्यूबल लगा है
गरीब ,--- जी आप मुझे 50, से कम भी दे दे
सिक्ख ने आंखे बंद की 5 मिनिट सोच के
नही मैं , उसकी कीमत 2 लाख रुपये दूँगा ,
गरीब पर मैं 50 हजार ले रहा हूँ आप 2 लाख क्यो?????
See
http://golgpppa.blogspot.in/2018/03/must-read-and-comment.html
सिक्ख बोला तुम जमीन क्यो बेच रहे हो ,
गरीब बोला ,बेटी की शादी करना है बच्चो की पढ़ाई की फीस जमा करना है बहुत कर्ज है मजबूरी है इसीलिए मजबूरी में बेचना है पर आप 2 लाख क्यो दे रहे
सिक्ख बोला , मुझे जमीन खरीदना है ,,किसी की मजबूरी नही खरीदना ,अगर आप की जमीन की कीमत मुझे मालूम है तो मुझे आपके कर्ज आपकीं जवाबदेही और मजबूरी का फायदा नही उठाना मेरा वाहेगुरू कभी खुश नही होगा ऐसी जमीन या कोई भी साधन जो किसी की मज़बूरिओ को देख के खरीदे हो वो घर और जिंदगी में सुख नही देते आने वाली पीढ़ी मिट जाती है ,
है मेरे मित्र तुम खुशी खुशी अपनी बेटी की तैयारी करो 50 हजार की हम पूरा गांव व्यवस्था कर लेगा तेरी जमीन भी तेरी रहेगी
मेरे गुरु नानक देव साहिब ने भी अपनी बानी में येही हुक्म दिया है , गरीब हाथ जोड़ कर आखों में नीर भरी खुशी खुशी दुआय देता चला गया
क्या ऐसा जीवन हम किसी का बना सकते है
बस किसी की मजबूरी न खरीदे
किसी के दर्द मजबूरी को समझ कर सहयोग करना ही सच्चा तीर्थ है एक यज्ञ है सच्चा कर्म और बन्दगी है हम सबके संत भी येही कहते है
वाहेगुरू जी
Must Read and Comment
One poor one day went to sell his land near a Sikh Sardarji, keep my 2 acres of land,
Say what is the price,
Poor said, - 50 thousand rupees,
The Sikh thinks for a while, that farm which has tubal
Poor, --- ji give me less than 50, too
Sikh thinks five minutes of shutting eyes
No, I will give him a price of 2 lakhs,
I'm taking 50 thousand poor but why are you 2 lakh?
Learn why you are selling land,
Poor talk, daughter is married, depositing fees for children is a lot of debt, compulsion is therefore sell in compulsion but why are you giving 2 lakhs
Say, Sikh, I have to buy land, not buy any compulsion, if I know the value of your land, then I will not take advantage of your debt due to your accountability and compulsion. My traveler will never be happy, such land or any other means The majiburio is bought by looking at that does not give happiness in the home and life, the next generation disappears,
My friend, you are happy, prepare your daughter for 50 thousand of us, we will complete the village arrangement, your land will be yours
My Guru Nanak Dev Sahib has also given this command in his Bani, adding a poor hand and leaving the eyes full of joy and happiness.
Can we make such a life of someone
Just do not buy anybody's compulsion
Understanding someone's pain and compulsion is the true pilgrimage. It is a sacrifice, true karma and restlessness is the saint of all of us.
Waheguru ji जरूर पड़े और कमेंट भी करें
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एक गरीब एक दिन एक सिक्ख के पास अपनी जमीन बेचने गया बोला सरदारजी मेरी 2 एकड़ जमीन आप रख लो ,
सिक्ख बोला ,क्या कीमत है ,
गरीब बोला, --50 हजार रुपये ,
सिक्ख थोड़ी देर सोच के ,वो ही खेत जिसमे ट्यूबल लगा है
गरीब ,--- जी आप मुझे 50, से कम भी दे दे
सिक्ख ने आंखे बंद की 5 मिनिट सोच के
नही मैं , उसकी कीमत 2 लाख रुपये दूँगा ,
गरीब पर मैं 50 हजार ले रहा हूँ आप 2 लाख क्यो?????
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सिक्ख बोला तुम जमीन क्यो बेच रहे हो ,
गरीब बोला ,बेटी की शादी करना है बच्चो की पढ़ाई की फीस जमा करना है बहुत कर्ज है मजबूरी है इसीलिए मजबूरी में बेचना है पर आप 2 लाख क्यो दे रहे
सिक्ख बोला , मुझे जमीन खरीदना है ,,किसी की मजबूरी नही खरीदना ,अगर आप की जमीन की कीमत मुझे मालूम है तो मुझे आपके कर्ज आपकीं जवाबदेही और मजबूरी का फायदा नही उठाना मेरा वाहेगुरू कभी खुश नही होगा ऐसी जमीन या कोई भी साधन जो किसी की मज़बूरिओ को देख के खरीदे हो वो घर और जिंदगी में सुख नही देते आने वाली पीढ़ी मिट जाती है ,
है मेरे मित्र तुम खुशी खुशी अपनी बेटी की तैयारी करो 50 हजार की हम पूरा गांव व्यवस्था कर लेगा तेरी जमीन भी तेरी रहेगी
मेरे गुरु नानक देव साहिब ने भी अपनी बानी में येही हुक्म दिया है , गरीब हाथ जोड़ कर आखों में नीर भरी खुशी खुशी दुआय देता चला गया
क्या ऐसा जीवन हम किसी का बना सकते है
बस किसी की मजबूरी न खरीदे
किसी के दर्द मजबूरी को समझ कर सहयोग करना ही सच्चा तीर्थ है एक यज्ञ है सच्चा कर्म और बन्दगी है हम सबके संत भी येही कहते है
वाहेगुरू जी
One poor one day went to sell his land near a Sikh Sardarji, keep my 2 acres of land,
Say what is the price,
Poor said, - 50 thousand rupees,
The Sikh thinks for a while, that farm which has tubal
Poor, --- ji give me less than 50, too
Sikh thinks five minutes of shutting eyes
No, I will give him a price of 2 lakhs,
I'm taking 50 thousand poor but why are you 2 lakh?
Learn why you are selling land,
Poor talk, daughter is married, depositing fees for children is a lot of debt, compulsion is therefore sell in compulsion but why are you giving 2 lakhs
Say, Sikh, I have to buy land, not buy any compulsion, if I know the value of your land, then I will not take advantage of your debt due to your accountability and compulsion. My traveler will never be happy, such land or any other means The majiburio is bought by looking at that does not give happiness in the home and life, the next generation disappears,
My friend, you are happy, prepare your daughter for 50 thousand of us, we will complete the village arrangement, your land will be yours
My Guru Nanak Dev Sahib has also given this command in his Bani, adding a poor hand and leaving the eyes full of joy and happiness.
Can we make such a life of someone
Just do not buy anybody's compulsion
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